03/10/2024

मायावती ने किया गेस्ट हाउस कांड का जिक्र, कहा सपा से मेरी सुरक्षा को खतरा, अखिलेश यादव का पलटवार, यूपी की राजनीति में फिर हलचल तेज हुई

By Vishal Ki Report जनवरी 8, 2024

यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने समाजवादी पार्टी पर राजनीतिक हमला करते हुए कहा है कि पिछले लोकसभा आम चुनाव में सपा से गठबंधन करके उनके दलित विरोधी चाल चरित्र और चेहरे को थोड़ा बदलने का प्रयास किया। लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद सपा का दलित विरोधी चेहरा सामने आ गया। मायावती ने गेस्ट हाउस कांड की याद दिलाते हुए कहा अब सपा मुखिया जिस भी गठबंधन से बात करते हैं। उनकी पहली शर्त बसपा से दूरी बनाए रखने की होती है। जिसे मीडिया भी खूब प्रचारित करता है। वैसे भी सपा के 2 जून 1975 गेस्ट हाउस कांड सहित घिनौनी हरकतों को देखते हुए वह उनकी सरकार के दौरान जिस प्रकार से अनेकों दलित विरोधी फैसले लिए गए। जिनमें बीएसपी स्टेट ऑफिस के पास ऊंचा पुल बनाने का फैसला भी था। जहां से बड़े आसानी से अराजक तत्व पार्टी दफ्तर कर्मचारी व राष्ट्रीय प्रमुख को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। जिसकी वजह से पार्टी के महापुरुषों की प्रतिमाओं को वहां से हटकर पार्टी प्रमुख के निवास पर ले जाना पड़ा है।

इंडिया गठबंधन को लेकर राजनीति भी चरम पर

इस समय उत्तर प्रदेश की राजनीति में इंडिया गठबंधन में मैं बीएसपी को शामिल करने को लेकर सवाल पूछा गया था। इंडिया गठबंधन के अंदर बीएसपी को लाने की बात हुई तो उन्होंने दोहराया कि वह पलटेगी नहीं। इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा ? जिसके बाद (हालांकि उन्होंने नाम नहीं लिया था) इसके बाद से समाजवादी पार्टी और बीएसपी के बीच जुबानी जंग जारी है|

अखिलेश यादव ने दिया जवाब-

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा- जहां तक बसपा दफ्तर के आगे बने पुल की बात है तो ट्रैफिक जाम से बचने के लिए बनवाया गया था। अब वह चाहे तो भाजपा के बुलडोजर से तुड़वा दे। यादव ने सोमवार को अपने कार्यालय में हुई जिला अध्यक्षों की बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए… – उन्होंने लखनऊ के कैंट में बने को जरूरी बताया और बताया कि इसे पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी भी चाहते थे और यहां से आर्मी और अन्य विभागों से मंजूरी भी ली गई है। वही अखिलेश यादव ने एक सवाल पर कहा है कि बसपा को इंडिया गठबंधन में लाने पर कोई बात नहीं हुई है अगर ऐसी कोई बात हुई होती तो, उन्हें जानकारी जरूर होती हालांकि उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी की इंडिया गठबंधन वाली यात्रा भी निकलने वाली है उससे पहले इंडिया गठबंधन की सीटों का बंटवारा भी होने की उम्मीद है।

लोकसभा चुनाव सर पर है इसलिए आरोप प्रत्यारोप राजनीति में जारी ही रहेंगे, हर दाल की अपनी राजनीति है और मत प्राप्त करने की रणनीति है।

गेस्ट हाउस कांड क्या है ?, क्यों हुआ था गेस्ट हाउस कांड

मायावती ने गेस्ट हाउस कांड का जिक्र इसलिए किया है, क्योंकि वह अपने दलित वोट बैंक को बचाने की कोशिश कर रही है। गेस्ट हाउस कांड वह घटना थी, जिसमें सपा के कार्यकर्ताओं ने 1995 में लखनऊ के स्टेट गेस्ट हाउस में मायावती और बसपा नेताओं पर हमला कर दिया था। इससे बसपा और सपा के बीच का गठबंधन टूट गया था और मायावती ने भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बनने का दावा किया था।

अब, जब सपा और बसपा फिर से गठबंधन दूरी बना रहे हैं, तो मायावती ने अपने कार्यकर्ताओं को गेस्ट हाउस कांड की याद दिलाई है। वह चाहती है कि दलित वोटर उनके साथ बने रहें और सपा के प्रभाव में न आएं। वह यह भी दर्शाना चाहती है कि वह देशहित और जनहित के लिए अपने पुराने दुश्मन से भी मिल सकती है।

By Vishal Ki Report

2017 में देश की राजधानी दिल्ली से पत्रकारिता में PGDJMC और MJMC पढ़ाई के साथ पत्रकारिता में उतारते हुए फर्स्ट डिग्री पास करने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अल- जजीरा , राइटर और एजेंसी ऑफ फ्रांस प्रेस AFP और गूगल न्यूज़ इंस्टिट्यूट के साथ पत्रकारिता फैक्ट चेक , टीवी पत्रकारिता और डिजिटल पत्रकारिता क्षेत्र में ( TV + PRINT + DIGITAL ) में अनुभव के साथ एक दर्जन से अधिक सर्टिफिकेट कोर्स पास के साथ पत्रकारिता करने का 7 वर्षों का देश के अलग-अलग हिस्सों का अनुभव....

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