उत्तर प्रदेश की ध्वस्त होती कानून व्यवस्था का आलम यह है कि चुनाव के दौरान जगह-जगह चेकिंग के बावजूद दिनदहाड़े खुलेआम बेखौफ बदमाश कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं।
Jaunpur Journalist Murder Case: जौनपुर में पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या का मामला और प्रतापगढ़ के आज अखबार के पत्रकार बसंत सिंह और आशुतोष श्रीवास्ताव को बदमाशों ने गोलियां मार दी। इस मामले में रिपोर्ट सामने आ रही है कि आशुतोष श्रीवास्तव ने भूमाफियाओं और गो-तस्करों के खिलाफ खिलाफ अभियान चलाया था। यह बदमाशों को रास नहीं आया। हत्या के बाद इलाके में आक्रोश बढ़ गया है।
आज देश में चौथे चरण का मतदान चल रहा है। इस बीच उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ आज अखबार के बसंत सिंह पत्रकार (पेशे से अध्यापक भी ) विद्यालय के पास बाइक सवार बदमाशों ने अंतू थाना क्षेत्र के कटका बाजार के पास गोलियां मारकर फरार हो गए । वही जौनपुर के न्यूज़ पोर्टल पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की सरेबाजार गोली मारकर हत्या कर दी गई है। कल रायबरेली में पॉलिटिक्स के पत्रकार को सरे आम पीटा गया था वह भी पुलिस यानी कानून व्यवस्था की मौजूदगी में…
तीनों घटनाओं से सवाल उठता है कि- क्या यूपी में पत्रकार सुरक्षित है ?
या फिर बदमाशों द्वारा पत्रकारों को डराने की कोशिश है।
प्रतापगढ़ में पत्रकार बसंत सिंह की गोलियों से भून कर हत्या
प्रतापगढ़ …. बाइक सवार बदमाशों ने पत्रकार को गोली मारते हुए फरार हो गए यानी सीधे शब्दों में कहें अब कानून व्यवस्था को बदमाश खुले आम चुनौती दे रहे हैं। कोल बंजर डीह गांव के प्रधान पति बसंत सिंह पत्रकार को गोली मारने की घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया । आज अखबार के पत्रकार को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज प्रतापगढ़ भेजा गया है ।
जौनपुर में न्यूज़ पोर्टल पत्रकार के दिनदहाड़े गोलियां मारकर हत्या
जौनपुर में न्यूज़ पोर्टल के पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की दिनदहाड़े बाइक सवार पत्रकारों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी। आए दिन पत्रकारों पर अत्याचार कि यह कोई पहेली और आखिरी घटना नहीं है।
पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव जौनपुर के ही सबरहद गांव के रहने वाले थे और एक न्यूज पोर्टल में काम किया करते थे. वो ज्यादातर क्षेत्र में गो तस्करों और माफियाओं के खिलाफ खबरें लिखते थे, जिसे लेकर माफियाओं में काफी नाराजगी देखने को मिल रही थी. आशंका जताई जा रही है कि उनकी हत्या के पीछे ये एक बड़ी वजह हो सकती हैं.
पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव को शाहगंज कोतवाली अंतर्गत इमरानगंज बाजार में गोली मारी गई, जिसके बाद पूरा इलाके में हड़कंप मच गया. गोली की आवाज सुनकर चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई और बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए. हत्या के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए. हत्या की सही वजह अब तक साफ नहीं हो पाई है
लेकिन इन घटनाओं के पीछे जो भी तथ्य है जो भी कारण है पूरे मामलों की देशभर में पत्रकारों की हत्या उन पर हुए हमले झूठे मामलों में दबाने या डराने के उद्देश्य से दर्ज कराए गए मुकदमों की भी निष्पक्ष कमेटी बनाकर जांच कराई जानी चाहिए। लोकतंत्र के चौथे खंभे पर लगातार ऐसे प्रहार लोकतंत्र के लिए सही नहीं है…
प्रशासन से आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है पूरे मामले की तथ्यात्मक जांच करवा कर हर मामले का सच सामने लाएंगे आखिर ऐसी घटनाओं के पूछे कौन-कौन सी वजह कब-कब और क्यों क्यों घटित होती है
(बाकी आए दिन की सैकड़ो घटनाएं आप बखूबी जानते और समझते हैं गूगल करके पत्रकारों पर हमले सर्च कर लीजिए आपको सब मिल जाएगा)