बांग्लादेश की प्रधानमंत्री और अवामी लीग प्रमुख शेख हसीना को पांचवें कार्यकाल के लिए फिर से चुना गया है उनकी पार्टी अवामी लीग ने हिंसा और मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी के बहिष्कार से प्रभावित चुनाव में 50 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल कर की है। बांग्लादेश में इस बार महज 27% मतदान हुआ ।
चुनाव के नतीजों के बाद बांग्लादेश के अन्य राजनीतिक दलों ने चुनाव नतीजों को अस्वीकार कर दिया है।
चुनाव में पार्टी को जीत मिलने के बाद शेख हसीना ने अपने समर्थकों को धन्यवाद दिया और देश के विकास के लिए काम करने का वादा किया है।
बता दे टॉप 3- फर्स्ट सेकंड और थर्ड नंबर के उम्मीदवार उन्हीं की पार्टी के थे। ऐसा भी पक्षियों ने आरोप भी लगाया है बिना बांग्लादेश में केयरटेकर सरकार की चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए बहिष्कार और हड़ताल का आव्हान किया था। कई मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक- बांग्लादेश का आम चुनाव कोई भी जीते। लेकिन प्रधानमंत्री शेख हसीना ही रहेगी। ये विशेषज्ञों और पत्रकारों ने पहले ही बता दिया था। इस चुनाव पर भारत ही नहीं दुनिया भर के देशों की नजर थी।
कई आलोचनाओं और विपक्ष के भारी विरोध के बावजूद छुटपुट हिंसा के बीच बांग्लादेश में 27% मतदान हुआ । इस चुनाव में बांग्लादेश के मुख्य विपक्षी पार्टी समेत दो दर्जन पार्टियों ने बहिष्कार स्वरूप हिस्सा नहीं लिया था।