रक्षाबंधन, हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, सावन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस साल, रक्षाबंधन 2024 की तिथि 19 अगस्त को है रक्षाबंधन के दिन, भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक होता है। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
इस बार 19 अगस्त सोमवार को सुबह 3:04 बजे से सावन पूर्णिमा तिथि प्रारंभ होगी और रात 11:55 बजे खत्म होगी। ज्योतिषी ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का मुहूर्त दोपहर में 1:32 बजे से लेकर रात 9:08 बजे तक है। इस आधार पर इस साल रक्षाबंधन का मुहूर्त साढ़े 7 घंटे से अधिक रहेगा। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधेगी।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 01:30 से रात्रि 09:07 तक रहेगा। कुल मिलाकर शुभ मुहूर्त 07 घंटे 37 मिनट का होगा।
इस खास मौके पर, यहां रक्षाबंधन की कुछ प्रसिद्ध कहानियां हैं:
1. द्रौपदी और कृष्ण- महाभारत में, कौरवों ने द्रौपदी का अपमान किया था, जिस पर भगवान कृष्ण ने उनकी रक्षा का वचन दिया था। द्रौपदी ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर कृष्ण की कलाई पर बांधा था, जिसे रक्षाबंधन का प्रतीक माना जाता है।
2. सुनिता और इंद्र- एक और प्रसिद्ध कहानी में, रानी सुनिता ने अपने पति इंद्र की रक्षा के लिए राखी बांधी थी।
3. यम और यमुना- यमुना ने अपने भाई यमराज को रक्षाबंधन मनाने के लिए आमंत्रित किया था। यमराज ने उन्हें एक वरदान दिया कि जो कोई उनकी कलाई पर राखी बांधेगा, उसे यमराज की मृत्यु का भय नहीं होगा।
रक्षाबंधन के दिन, विशेष व्यंजन जैसे लड्डू, खीर, पूरी-हलवा और अन्य मिठाइयां बनाई जाती हैं। इस त्योहार को भाई-बहन के प्रेम, सुरक्षा और समरसता का प्रतीक माना जाता है।